कोई किसी के साथ ख़ुश है,
कोई किसी के बिन ख़ुश है।
कोई प्यार के लिए जीना चाहता है,
कोई प्यार में मरना चाहता है।
और मैं... इन लोगों को अपने अल्फाजों में उतारना चाहती हूं।"
इश्क़ ए डायरी नामक किताब हमने आज की मॉडर्न सोसाइटी को ध्यान में रखते हुए लिखा है।
कोई प्यार में एक दूसरे के लिए मर मिटने को तैयार है, तो कहीं कोई एक दूसरे को देखना तक नहीं चाहता।
कहीं किसी को किसी का साथ मिल रहा है तो, कहीं कोई किसी से दूर जा रहा है।
कहीं कोई प्यार का इजहार कर रहा है, तो कहीं कोई हाथ छोड़कर जा रहा है।
कोई किसी के बिन ख़ुश है।
कोई प्यार के लिए जीना चाहता है,
कोई प्यार में मरना चाहता है।
और मैं... इन लोगों को अपने अल्फाजों में उतारना चाहती हूं।"
इश्क़ ए डायरी नामक किताब हमने आज की मॉडर्न सोसाइटी को ध्यान में रखते हुए लिखा है।
कोई प्यार में एक दूसरे के लिए मर मिटने को तैयार है, तो कहीं कोई एक दूसरे को देखना तक नहीं चाहता।
कहीं किसी को किसी का साथ मिल रहा है तो, कहीं कोई किसी से दूर जा रहा है।
कहीं कोई प्यार का इजहार कर रहा है, तो कहीं कोई हाथ छोड़कर जा रहा है।
