Sukriya aap kiWa wa kya baat hai
हर रोज हर वक्त तेरा ही तेरा ख्याल,
पत्थर बना दिया मुझे रोने नहीं दिया
One more....
तुम्हें बहुत चाहा मगर भुला न सकें!हर रोज हर वक्त तेरा ही तेरा ख्याल,
ना जाने कौन से कर्ज की किश्त हो तुम।
हम भूल सके हैं न तुझे भूल सकेंगेपत्थर बना दिया मुझे रोने नहीं दिया
दामन भी तेरे ग़म ने भिंगोने नहीं दिया..!!
तन्हाईयाँ तुम्हारा पता पूछती रहीं,
रात भर तुम्हारी याद ने सोने नहीं दिया..!!
आँखों में आकर बैठ गई आँसूं की लहर
पलकों पे कोई ख़्वाब पिरोने नहीं दिया..!!
भुला ना सकोगे मुझे भूल कर तुम; मैं अक्सर तुम्हें याद आता रहूँगा; कभी ख़्वाब बन कर कभी याद बन कर; मैं नींद तुम्हारी चुराता रहूँगा।One more....
कुछ तो मजबूरियां रही होंगी उसकी भी,
साहब, वरना हुस्न इतना बेवफा नहीं होता!!
ThanksEk no
Nice line bhai
Sukriya Bhai..aap jasee koi nahi haiNice line bhai
ये तो आपकी मोहब्बत है मेरे भाईSukriya Bhai..aap jasee koi nahi hai