ChaoticSoul
Novice Sprinter
कुछ हसरतें और भी बढ़ जाती है तुझे देखकर,
ज़िंदगी फिर जीने को मन करता है तुझे देखकर !
तेरे बगैर हम तो मायूस हो चले थे,
इक ख़्वाहिश फिर जगी तुझे देखकर !
समां धुँधला गया था समय के आगोश में,
फिर सब झिलमिल हो उठी तुझे देखकर !
खोकर भी पा लिया मैंने तेरी चाहत को,
वो सब मुनासिब हुआ तुझे देखकर !
यूँ तो रो देना आसान होता है,
नम आँखें भी मुस्काई तुझे देखकर !
हम तो किसी भी चीज के काबिल ना थे,
काबिल हो चले हम तुझे देखकर !
खामोश रहकर भी तुझे बोलना आता है,
मेरी आँखें बोल उठी तुझे देखकर !!
अब तो अच्छा लगता है हर मौसम,
फिर बेमौसम बरसात हुई तुझे देखकर !!
ज़िंदगी फिर जीने को मन करता है तुझे देखकर !
तेरे बगैर हम तो मायूस हो चले थे,
इक ख़्वाहिश फिर जगी तुझे देखकर !
समां धुँधला गया था समय के आगोश में,
फिर सब झिलमिल हो उठी तुझे देखकर !
खोकर भी पा लिया मैंने तेरी चाहत को,
वो सब मुनासिब हुआ तुझे देखकर !
यूँ तो रो देना आसान होता है,
नम आँखें भी मुस्काई तुझे देखकर !
हम तो किसी भी चीज के काबिल ना थे,
काबिल हो चले हम तुझे देखकर !
खामोश रहकर भी तुझे बोलना आता है,
मेरी आँखें बोल उठी तुझे देखकर !!
अब तो अच्छा लगता है हर मौसम,
फिर बेमौसम बरसात हुई तुझे देखकर !!