
ऐ फूल मेरे, तू रंग की कहानी है,
तेरी शोभा जैसे टूटी हुई जवानी है।
हर पत्ती पर आँसू सा मोती है जमा,
ये दुनिया तो बेदर्द, ये दुनिया तो फ़ानी है।
तेरा लाल रंग प्यार का संकेत है,
तेरा सफ़ेद रंग वफ़ा का उपदेश है।
पर सच्चाई ये है, यहाँ मिलता नहीं कोई,
हर रिश्ता यहाँ मतलब का एक वेश है।
तू देखता है ऊपर, नीला सा आकाश,
तेरे दिल में भी है प्रेम की गहरी सी प्यास।
वो हमसफ़र जिसे खोजा हर राह पर,
आज भी पास नहीं, आज भी आस के पास।
तेरी खुशबू जैसे यादों का झोंका है,
जिसने ज़िंदगी के हर मोड़ पर रोका है।
मोहब्बत का सौदा तो सस्ते में बिक गया,
इस भरी दुनिया में दिल को ही धोखा है।
ये डाली तेरी जैसे कमज़ोर मेरा हाथ,
जो थाम न सका उस साथी का साथ।
तू झूम रहा है हवा के इशारों पर,
मेरा मन भी रोता है, तन्हा दिन और रात।
कब आएगा वो पल, जब अंधेरा मिटेगा?
कब ये दर्द का सागर मेरे दिल से हटेगा?
तेरी सुंदरता की कसम, जीने का मन नहीं,
ये इंतज़ार अब सीने को चीरता रहेगा।


