तुम
नही समझोगे फिलहाल कि
कैसा होता होगा
मन का कहीं भी न लगना
और सवालों के बीच
यूँ उलझे रहना की ठीक से
फुर्सत भी न हो जवाब तलाशने की
तुम नही समझोगे
कभी भी कि
कैसा होता है
खुद को हमेशा छिपाते रहना
ताकि कोई सवाल न उठे
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तुम
नही समझोगे फिलहाल कि
कैसा होता होगा
मन का कहीं भी न लगना
और सवालों के बीच
यूँ उलझे रहना की ठीक से
फुर्सत भी न हो जवाब तलाशने की
तुम नही समझोगे
कभी भी कि
कैसा होता है
खुद को हमेशा छिपाते रहना
ताकि कोई सवाल न उठे
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तुम
नही समझोगे फिलहाल कि
कैसा होता होगा
मन का कहीं भी न लगना
और सवालों के बीच
यूँ उलझे रहना की ठीक से
फुर्सत भी न हो जवाब तलाशने की
तुम नही समझोगे
कभी भी कि
कैसा होता है
खुद को हमेशा छिपाते रहना
ताकि कोई सवाल न उठे
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तुम नहीं समझोगे
Jwab chahiye??तुम नहीं समझोगे
तुम नहीं समझोगे
तन्हाई में भी एक नशा है
इंतज़ार का भी अपना मज़ा है
कभी किसी के लिए मिटकर देखो
सबकुछ खोने में भी एक मज़ा है
समय कभी नहीं ठहरता ,पर
कुछ पल के लिए ठहर कर देखो तुम
कभी खुद को भुलाकर देखो तुम
शब्दो से परे एहसास की दुनिया में जाकर देखो तुम
सिर्फ फलक को ही न देखो
कभी इस ज़मी को भी प्यार से देखो तुम
Kaisa jawabJwab chahiye??
Apni Kavita se bahut kuch kh gyeKaisa jawab
Oh kon thi wo khush naseebApni Kavita se bahut kuch kh gye
Chot kr gye, zakhm phir Hara kr gye
Tumhe kya pata mitkar bhi dekh liya
Sabkuch kho kar bhi dekh liya
Tumhe kya lgta hai hum ruke n honge
Uske liye sabkuch bhulakar bhi dekh liya
Ehsas ki jmi pe hi the kab se
Koi nhi..Oh kon thi wo khush naseeb
Acha jaal hai mai to samjha koi hai usi k liye hai ye sabKoi nhi..
Bs aise hi shabdo ke jaal bunte rahte hain
Kuch nikl ke aata hai to yha sabke liye post kr dete hain
Khwabo me hai abhiAcha jaal hai mai to samjha koi hai usi k liye hai ye sab
तुम नहीं समझोगे
तुम नहीं समझोगे
तन्हाई में भी एक नशा है
इंतज़ार का भी अपना मज़ा है
कभी किसी के लिए मिटकर देखो
सबकुछ खोने में भी एक मज़ा है
समय कभी नहीं ठहरता ,पर
कुछ पल के लिए ठहर कर देखो तुम
कभी खुद को भुलाकर देखो तुम
शब्दो से परे एहसास की दुनिया में जाकर देखो तुम
सिर्फ फलक को ही न देखो
कभी इस ज़मी को भी प्यार से देखो तुम
Tum nai samjhoge kabibhjतुम
नही समझोगे फिलहाल कि
कैसा होता होगा
मन का कहीं भी न लगना
और सवालों के बीच
यूँ उलझे रहना की ठीक से
फुर्सत भी न हो जवाब तलाशने की
तुम नही समझोगे
कभी भी कि
कैसा होता है
खुद को हमेशा छिपाते रहना
ताकि कोई सवाल न उठे
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Lovely....Tum nai samjhoge kabibhj
Sau sawalo me Judi hui
Khamosi Kaisa hota
Tum nai samjhoge
Udas chehre pe
Mukurana Kaisa hota
Tum nai samjhoge
Hotho ki muskan pe
Dard chupana Kaisa Hoga
Na samjhoge aakho me aashu ko lukka chuppi
Khelna Kaisa hota
Kabhi in Gali me gujar k Dekho
Pal pal tadapti k jina Kaisa hotA
Kya Kya samjhoge samajh k BHI na samajh
Ho k jina Kaisa hota
( Hehehehehe)
Ab tumko kya hua...