Woowwwwwww....... !!!तू मिटा रही थी नाम मेरा,
और मैं दुआओं में तेरा नाम लिख रही थी…
तू समझी, मैं बेपरवाह थी,
पर तेरी हर खामोशी को सुन रही थी मैं…
जिस दीये ने जलाया आँचल तेरा,
उसी लौ में खुद को राख कर रही थी मैं…
तू जिसे दर्द समझी,
शायद वही मेरी मोहब्बत थी, जिसे छुपा रही
थी मैं… !!!
Cutttu @Honey bunch , from where did you find this post....







