Waah sanjuView attachment 366063
"तेरे जाने के बाद ज़िंदगी ने जैसे सब रंग खो दिए,
ख्वाबों की दुनिया बिखरकर ज़मीन पर गिर गई।
मैंने तुझे चाहा था रूह से भी गहरा,
पर तूने मुझे पलभर में पराया कर दिया।
तेरे बिना अब हर रास्ता सुनसान लगता है,
हर भीड़ में भी तन्हाई का एहसास होता है।
मैंने जिन उम्मीदों को तेरे नाम से सजाया था,
वो उम्मीदें अब राख बन चुकी हैं।
मेरी हँसी अब बस चेहरा ढकने का नक़ाब है,
दिल के अंदर बस दर्द का साया है।
पलकों पर चुपचाप गिरते आँसू,
मेरे टूटे हुए अरमानों की गवाही देते हैं।
तू मेरी चाहत था, तू मेरा सपना था,
तू ही मेरी कहानी का पहला और आख़िरी अध्याय था।
पर अब तेरी कमी ही मेरी पहचान है,
और तेरी जुदाई… मेरी सबसे बड़ी सच्चाई।"

Bahut pyaara likha hai
Lekin Kisi ek shaksh ke chale jaane se zindagi nahi rukti ,
Yahi sachhai hai aur isse accept Krna hoga __
Mene to accept kr liya hai aur ab us insaan k bina kaafi khush bhi rehta hun__
Haan thoda waqt lgta hai khud ko sambhale me ,
Par waqt k saath saath saare zakhm bhar hi jaate hai

