V
Vikash
Guest
की खुशफेहमी ना जाने क्यू
मेरा सब कुछ तुम्ही से है
पलट कर तुम भी ना देखो
यकीनन फिर कमी सी है
उलझ कर भी मिला कुछ ना
मुझे अपने नसीबों से
जोह तुम ही ना हुए अपने
क्या लेना फिर रकीबों से
मेरा सब कुछ तुम्ही से है
पलट कर तुम भी ना देखो
यकीनन फिर कमी सी है
उलझ कर भी मिला कुछ ना
मुझे अपने नसीबों से
जोह तुम ही ना हुए अपने
क्या लेना फिर रकीबों से