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Sugar candy
Guest
कल एक झलक ज़िन्दगी को देखा
वह राहों में मेरी गुनगुना रही थी
फिर ढूँढा उसे इधर उधर
वह आँख मिचोली कर मुस्कुरा रही थी
एक अरसे के बाद आया मुझे करार
वो सेहला के मुझे सुला रही थी
हम दोनों क्यों खफा हैँ एक दुसरे से
में उसे और वो मुझे समझा रही थी
मैंने पूँछ लिया- "क्यों इतना दर्द दिया कम्बक़खत तूने"
वो हसीं और बोली " में ज़िन्दगी हूँ पगली
तुझे जीना सिखा रही थी"....
वह राहों में मेरी गुनगुना रही थी
फिर ढूँढा उसे इधर उधर
वह आँख मिचोली कर मुस्कुरा रही थी
एक अरसे के बाद आया मुझे करार
वो सेहला के मुझे सुला रही थी
हम दोनों क्यों खफा हैँ एक दुसरे से
में उसे और वो मुझे समझा रही थी
मैंने पूँछ लिया- "क्यों इतना दर्द दिया कम्बक़खत तूने"
वो हसीं और बोली " में ज़िन्दगी हूँ पगली
तुझे जीना सिखा रही थी"....