आती नहीं पकानी यूं तो रोटी मुझे
पर तेरे साथ बर्तन धो लिया करूंगी ...
ना समझाऊंगी इस दुनिया की तरह
तू रोये तो तेरे साथ बैठकर रो लिया करूंगी ...
तुझे सुबह-सुबह दिया करूंगी गीली गीली चूमियाँ
तेरा माथा सहलाने के बहाने
मैं तेरे साथ वक्त बिता दिया करूंगी ...
मैं तेरे हाथों की लकीरों को चूम लिया करूंगी
पर क्या तू भी अपनी तकदीर मुझ में लिख देगा ?
क्या फर्क पड़ता है मैं औरत हूं, तू मर्द ...
मैं थक जाऊं तो अपने हाथों से दबा मेरे पांव दिया करेगा
हूर की है अदाएं मेरी जन्नत सी मखमल
खुदा के रूप तेरे जैसे हैं ...
मेरी हटती नहीं नजर तेरे चेहरे से
मुझे क्या पता चांद तारे कैसे हैं ...
रख लूँ तेरा सर अपनी गोद में
उमर सारी फिर तुझे देखते देखते बिता दूं ...
तू जो पूछे तुझ से प्यारा है कौन ?
उठाऊ आईना और तुझको दिखा दूं
उठाऊ आईना और तुझको दिखा दूं
पर तेरे साथ बर्तन धो लिया करूंगी ...
ना समझाऊंगी इस दुनिया की तरह
तू रोये तो तेरे साथ बैठकर रो लिया करूंगी ...
तुझे सुबह-सुबह दिया करूंगी गीली गीली चूमियाँ
तेरा माथा सहलाने के बहाने
मैं तेरे साथ वक्त बिता दिया करूंगी ...
मैं तेरे हाथों की लकीरों को चूम लिया करूंगी
पर क्या तू भी अपनी तकदीर मुझ में लिख देगा ?
क्या फर्क पड़ता है मैं औरत हूं, तू मर्द ...
मैं थक जाऊं तो अपने हाथों से दबा मेरे पांव दिया करेगा
हूर की है अदाएं मेरी जन्नत सी मखमल
खुदा के रूप तेरे जैसे हैं ...
मेरी हटती नहीं नजर तेरे चेहरे से
मुझे क्या पता चांद तारे कैसे हैं ...
रख लूँ तेरा सर अपनी गोद में
उमर सारी फिर तुझे देखते देखते बिता दूं ...
तू जो पूछे तुझ से प्यारा है कौन ?
उठाऊ आईना और तुझको दिखा दूं
उठाऊ आईना और तुझको दिखा दूं
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