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बदलते देखा है।।✨✨❣️

Aardhya

Epic Legend
VIP
Posting Freak
कौन कहता है, बस वक्त बदलता है।
मैंने करीब से लोगों को बदलते देखा है।।

वादे कर जन्मों तक साथ रहने के,
दो कदम पर साथ छोड़ते देखा है।।
साझा कर सफर ये मौत-ओ-जिंदगी का,
बीच मझधार में हमसफर को डूबते देखा है।।
यूं ही कहते हैं जां मुर्दों में नहीं होती,
मैंने चलते-फिरते लोगों को ख़ाक होते देखा है।।
कौन कहता है, बस वक्त बदलता है।
मैंने करीब से लोगों को बदलते देखा है।।

उजड़ जाते हैं अरमां सारे,
वजूद जिनका किसी की नियत पर टिका होता है।।
फिसल जाते हैं लोग सासों की तरहा,
जज्बातों का क्या हिसाब लिखा होता है।।
जब नहीं है मुकम्मल सफर तलक हर जिंदगी का,
तो समर्पण बंधनों में सदा कहां किसी का होता है।।

कौन कहता है, बस वक्त बदलता है।
मैंने करीब से लोगों को बदलते देखा है।।✨✨❣️
 
कौन कहता है, बस वक्त बदलता है।
मैंने करीब से लोगों को बदलते देखा है।।

वादे कर जन्मों तक साथ रहने के,
दो कदम पर साथ छोड़ते देखा है।।
साझा कर सफर ये मौत-ओ-जिंदगी का,
बीच मझधार में हमसफर को डूबते देखा है।।
यूं ही कहते हैं जां मुर्दों में नहीं होती,
मैंने चलते-फिरते लोगों को ख़ाक होते देखा है।।
कौन कहता है, बस वक्त बदलता है।
मैंने करीब से लोगों को बदलते देखा है।।

उजड़ जाते हैं अरमां सारे,
वजूद जिनका किसी की नियत पर टिका होता है।।
फिसल जाते हैं लोग सासों की तरहा,
जज्बातों का क्या हिसाब लिखा होता है।।
जब नहीं है मुकम्मल सफर तलक हर जिंदगी का,
तो समर्पण बंधनों में सदा कहां किसी का होता है।।

कौन कहता है, बस वक्त बदलता है।
मैंने करीब से लोगों को बदलते देखा है।।✨✨❣️
कौन कहता है nature और singnature कभी नहीं बदलता..
चोट दिल पे लगी हो तो nature
और चोट उंगली पे लगी हो तो signature बदल जाता है...!!
तुम्हारा क्या दोष इसमें.. तुम्हें तो बदलना ही ना किसी ना किसी दिन अच्छा हुआ वक्त रहते बदल गए ..
वरना लोग तो दोष वक्त को ही देते है असल में वक्त नहीं इंसान बदलता है ....
बदलाव प्रकृति का नियम है ...!!!
 
मैंने इंसानो को बदलते देखा है ..

बीमार बेटी के लिये एक माँ के आंसू छलकते देखा है और भाई को बहन के पाँव मलते देखा है क्या मन्ज़र होगा उनके सीने में चुभन का खुद तो नही सहा मगर दिल पर दर्द को गुज़रते देखा है।

कल तक जिनको तकब्बुर था अपनी शान पर जो समझते थे अपनी हस्ती को आसमान पर किसी के लिए जो मन्ज़रे ताज हुआ करते थे उरुज वालों को भी नज़र से उतरते देखा है मैंने इंसानो को बदलते देखा है।

कोई दूसरों के दर्द की हंसी उड़ा रहा है। कोई ख़ामोशी से सबकुछ सहे जा रहा है कोई टूट कर भी सबके सामने मुस्करा रहा है। कोई अपने हाल को सबसे छुपा रहा है इस आलम ने हालात को कई रंगों में ढलते देखा है ऐसे ही तमाशा-ए-ज़िन्दगी को चलते देखा है मैंने इंसानो को बदलते देखा है।
 
मैंने वक्त बदलते देखा है,

मैंने लोगों को बदलते देखा है !

ज़िन्दगी के आइने में, चेहरों को बदलते देखा है !

मैंने वक़्त बदलते देखा है, मैंने लोगों को बदलते देखा है !

कुछ बीते शाम जिन के साथ चाय की चुस्की और काश लगाया करते थे, आज उन्हें धर्म के नाम पे लड़ते देखा है !

मैंने वक्त बदलते देखा है, मैंने लोगों को बदलते देखा है !

मैंने लोगों को ज़ुबान पे कुछ और, और दिल में कुछ और रखते देखा है !

मैंने वक़्त बदलते देखा है, मैंने लोगों को बदलते देखा है !

कुछ लोग कहते है कि शाम के ही सवेरा होता है पर मैंने दिन के बाद भी तो अँधेरा होते देखा है !

मैंने वक़्त बदलते देखा है, मैंने लोगों को बदलते देखा है !

कुछ लोग कहते है कि पत्थर भी एक दिन पिघल जाता है, पर मैंने पिघले को भी पत्थर बनते देखा है !
 
Maine rishto ko berukhi me badalte dekha hai.. Jaha apno ne sath chod diya, vaha gairo ko sath chalte dekha hai..

*tum gairon ki bat krte ho Maine to apno ko badalte dekha hai....

Maine rishto ko badalte dekha hai...
Apno ko paraya hote dekha hai...
Jab bhi aai mujhpar koi bhi musibat.....
Maine apni maa ko meri
khatir usse ladte dekha hai...
..
 
Maine rishto ko berukhi me badalte dekha hai.. Jaha apno ne sath chod diya, vaha gairo ko sath chalte dekha hai..

*tum gairon ki bat krte ho Maine to apno ko badalte dekha hai....

Maine rishto ko badalte dekha hai...
Apno ko paraya hote dekha hai...
Jab bhi aai mujhpar koi bhi musibat.....
Maine apni maa ko meri
khatir usse ladte dekha hai...
..
:heart1: :heart1:So nice somii di❤️
 
कौन कहता है nature और singnature कभी नहीं बदलता..
चोट दिल पे लगी हो तो nature
और चोट उंगली पे लगी हो तो signature बदल जाता है...!!
तुम्हारा क्या दोष इसमें.. तुम्हें तो बदलना ही ना किसी ना किसी दिन अच्छा हुआ वक्त रहते बदल गए ..
वरना लोग तो दोष वक्त को ही देते है असल में वक्त नहीं इंसान बदलता है ....
बदलाव प्रकृति का नियम है ...!!!
Nice Ayuu:heart1:
 
कौन कहता है, बस वक्त बदलता है।
मैंने करीब से लोगों को बदलते देखा है।।

वादे कर जन्मों तक साथ रहने के,
दो कदम पर साथ छोड़ते देखा है।।
साझा कर सफर ये मौत-ओ-जिंदगी का,
बीच मझधार में हमसफर को डूबते देखा है।।
यूं ही कहते हैं जां मुर्दों में नहीं होती,
मैंने चलते-फिरते लोगों को ख़ाक होते देखा है।।
कौन कहता है, बस वक्त बदलता है।
मैंने करीब से लोगों को बदलते देखा है।।

उजड़ जाते हैं अरमां सारे,
वजूद जिनका किसी की नियत पर टिका होता है।।
फिसल जाते हैं लोग सासों की तरहा,
जज्बातों का क्या हिसाब लिखा होता है।।
जब नहीं है मुकम्मल सफर तलक हर जिंदगी का,
तो समर्पण बंधनों में सदा कहां किसी का होता है।।

कौन कहता है, बस वक्त बदलता है।
मैंने करीब से लोगों को बदलते देखा है।।✨✨❣️
Nice
 
Maine rishto ko berukhi me badalte dekha hai.. Jaha apno ne sath chod diya, vaha gairo ko sath chalte dekha hai..

*tum gairon ki bat krte ho Maine to apno ko badalte dekha hai....

Maine rishto ko badalte dekha hai...
Apno ko paraya hote dekha hai...
Jab bhi aai mujhpar koi bhi musibat.....
Maine apni maa ko meri
khatir usse ladte dekha hai...
..
Nice
 
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