छोटी सी मुस्कान लेकर, दिल में कोई अरमान लेकर
चुपके से आओ ना, कुछ पल के लिए।
नज़रें मिलाकर, होंठों को खिलाकर
ज़रा सा मस्काओ ना, कुछ पल के लिए।
थोड़ी सी फिक्र करके, मेरा भी जिक्र करके
कुछ अपनी सुनाओ ना, कुछ पल के लिए
दिल को आवाज बनाके, रोने को अंदाज बनाके
दर्द ए मोहबत गाओ ना, कुछ पल के लिए।...