00Wolfie00
Wellknown Ace
दर्द बयां करने मै ज़रूर आ गया,
मेरी सुनता नही ये कौन मग़रुर आ गया।
मोहब्बत से दूर भागने कि फ़िराक़ में,
अब मै कुछ ज़्यादा ही दूर आ गया।
वापस जाने को तरस रही हैं निगाहें,
पर वापसी में कहेंगे कि देखो मजबूर आ गया।
शाम ढली तो सोचा छिपते छिपाते निकाल जाऊं,
रात फिर मेरी नज़रों में हुनर-ए-ग़ुरूर आ गया।
बीत गए कई दिन सोच में जाने ना-जाने के,
इसी बीच अनजानी गलियों में ज़रूर आ गया।
पहली सफ़ में नज़र पड़ी तो देखे कई बहाने,
ठहरा कुछ पल पर फिर आशियाने का सुरूर आ गया।
थक गया हूं फिर इन गलियों के मायाजाल से,
वापसी की चाह तो है पर अब बोहोत दूर आ गया।
( मग़रुर - haughty/arrogant
फ़िराक़ - quest
हुनर-ए-ग़ुरूर - arrogance of skills/talent
सफ़ - Row (as in seating arrangements or line)
आशियाने - shelter
मायाजाल - illusion )
मेरी सुनता नही ये कौन मग़रुर आ गया।
मोहब्बत से दूर भागने कि फ़िराक़ में,
अब मै कुछ ज़्यादा ही दूर आ गया।
वापस जाने को तरस रही हैं निगाहें,
पर वापसी में कहेंगे कि देखो मजबूर आ गया।
शाम ढली तो सोचा छिपते छिपाते निकाल जाऊं,
रात फिर मेरी नज़रों में हुनर-ए-ग़ुरूर आ गया।
बीत गए कई दिन सोच में जाने ना-जाने के,
इसी बीच अनजानी गलियों में ज़रूर आ गया।
पहली सफ़ में नज़र पड़ी तो देखे कई बहाने,
ठहरा कुछ पल पर फिर आशियाने का सुरूर आ गया।
थक गया हूं फिर इन गलियों के मायाजाल से,
वापसी की चाह तो है पर अब बोहोत दूर आ गया।
( मग़रुर - haughty/arrogant
फ़िराक़ - quest
हुनर-ए-ग़ुरूर - arrogance of skills/talent
सफ़ - Row (as in seating arrangements or line)
आशियाने - shelter
मायाजाल - illusion )
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