ये लमहा जो ठहरा है
मेरा है, ये तेरा है
ये लमहा मैं जी लूँ ज़रा
तुझमें खोया रहूँ मैं, मुझमें खोई रहे तू
खुद को ढूँढ लेंगे फिर कभी
तुझसे मिलता रहूँ मैं, मुझसे मिलती रहे तू
खुद से हम मिलेंगे फिर कभी
हाँ, फिर कभी
क्यूँ बेवजह गुनगुनाएँ?
क्यूँ बेवजह मुस्कुराएँ?
पलकें चमकने लगी हैं
अब ख़ाब कैसे छुपाएँ?
बहकी सी बातें कर ले
हँस-हँस के आँखें भर ले
ये बेहोशियाँ फिर कहाँ?
तुझमें खोया रहूँ मैं, मुझमें खोई रहे तू
खुद को ढूँढ लेंगे फिर कभी
तुझसे मिलता रहूँ मैं, मुझसे मिलती रहे तू
खुद से हम मिलेंगे फिर कभी
हाँ, फिर कभी
मेरा है, ये तेरा है
ये लमहा मैं जी लूँ ज़रा
तुझमें खोया रहूँ मैं, मुझमें खोई रहे तू
खुद को ढूँढ लेंगे फिर कभी
तुझसे मिलता रहूँ मैं, मुझसे मिलती रहे तू
खुद से हम मिलेंगे फिर कभी
हाँ, फिर कभी
क्यूँ बेवजह गुनगुनाएँ?
क्यूँ बेवजह मुस्कुराएँ?
पलकें चमकने लगी हैं
अब ख़ाब कैसे छुपाएँ?
बहकी सी बातें कर ले
हँस-हँस के आँखें भर ले
ये बेहोशियाँ फिर कहाँ?
तुझमें खोया रहूँ मैं, मुझमें खोई रहे तू
खुद को ढूँढ लेंगे फिर कभी
तुझसे मिलता रहूँ मैं, मुझसे मिलती रहे तू
खुद से हम मिलेंगे फिर कभी
हाँ, फिर कभी